उत्तराखंड
विकासखंड ऊखीमठ में अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ तहसील दिवस
रुद्रप्रयाग: जनसुनवाई एवं शिकायतों के त्वरित समाधान की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मंगलवार को विकासखंड ऊखीमठ के सभागार में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने जनसमस्याओं की सुनवाई की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
तहसील दिवस में विभिन्न गांवों से आए जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने अपनी समस्याओं को खुलकर रखा। कार्यक्रम के दौरान कुल 16 शिकायतें विभिन्न विभागों से संबंधित दर्ज की गईं, जिनमें से अधिकांश शिकायतों का समाधान मौके पर ही कर दिया गया। शेष लंबित शिकायतों को शीघ्र निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया है।
इस अवसर पर किमाणा गांव के निवर्तमान ग्राम प्रधान संदीप पुष्पवान ने ऊखीमठ स्थित ऐतिहासिक भोलेश्वर मंदिर की सुरक्षा हेतु चारों ओर सुरक्षात्मक निर्माण कार्य कराए जाने की मांग रखी। साथ ही, मंदिर को जाने वाले पैदल मार्ग की दशा को सुधारने पर भी जोर दिया गया।
इसके अतिरिक्त,अध्यापक-अभिभावक संघ के सदस्यों ने राजकीय अटल उत्कृष्ट इंटरमीडिएट कॉलेज ऊखीमठ में रसायन विज्ञान विषय के प्रवक्ता पद की लम्बे समय से रिक्ति की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए शीघ्र नियुक्ति की मांग की।
प्रधान संगठन के संरक्षक द्वारा ऊखीमठ-उदयपुर-पैंज-करोखी मोटर मार्ग में अधूरे निर्माण एवं मानकों के अनुरूप कार्य न होने के बावजूद सड़क को परिवहन विभाग द्वारा पास किए जाने पर ग्रामीणों में व्याप्त रोष से अधिकारियों को अवगत कराया गया।तहसील दिवस के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों ने उपस्थित रहकर जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुना और अधिकतम शिकायतों का समाधान मौके पर किया गया।
अपर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनसमस्याओं को प्राथमिकता पर लेते हुए समयबद्ध ढंग से निस्तारित करें, जिससे आम जनता को राहत मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि तहसील दिवस का मुख्य उद्देश्य जनता और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करना है, ओ जमीनी स्तर की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझा और सुलझाया जा सके।
इस दौरान तहसील दिवस पर उपजिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला, तहसीलदार प्रदीप नेगी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा, खण्ड विकास अधिकारी अनुष्का, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र बिष्ट सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
